Uniform Civil Code In Hindi – यूनिफार्म सिविल कोड क्या है? और इसके फायदे और नुकसान

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नमस्कार दोस्तों आज प्लेट में हम आपको यूनिफॉर्म सिविल कोड क्या है? (Uniform Civil Code In Hindi) और यूनिफॉर्म सिविल कोड के फायदे और नुकसान क्या है इसके बारे में विस्तार में जानकारी देने वाली है अगर आपको भी नहीं पता है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड क्या है और इसे भारत में क्यों लागू किया जाना चाहिए और क्यों नहीं किया जाना चाहिए तो यह लेख आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाली है। तो इस लेख को हमारे साथ आखिर तक पड़े आपको बहुत कुछ नया जानने को मिलेगा।

दोस्तों जैसा कि आपको पता है कि इस समय भारत में सामान्य नागरिक संहिता यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड को देश में लागू करने की बात किया की जा रही है, जिसके कारण यूनिफॉर्म सिविल कोड इस समय भारत देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। अभी हाल ही में राज्यसभा में भी इसे लेकर विधेयक पेश किया गया है जिसके बारे में राज्यसभा के विपक्ष मेंबरों ने जमकर इसका विरोध किया है।

इसलिए को कारण यही है कि इस समय भारत देश में इसके बारे में बहुत ज्यादा चर्चा की जा रही है जिस वजह से हमने सोचा सिक्योर लाइफ के बारे में एक लेख लिखकर आपको विस्तार में यूनिफॉर्म सिविल कोड के बारे में जानकारी दें। जिसे पढ़ने के बाद आपको यूनिफॉर्म सिविल कोड क्या है (Uniform Civil Code Kya Hai In Hindi) और इसे भारत जैसे संविधानिक देश में लागू करना भी चाहिए कि नहीं।

भारत में जब यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू कर दिया जाएगा तो इसके भारत के आम नागरिकों पर क्या फायदे और नुकसान होंगे इन सब के बारे में इस लेख में आगे बढ़ते हुए हम आपको विस्तार में बताएंगे। तो चलिए ज्यादा देर ना करते हुए यूनिफॉर्म सिविल कोड क्या है (Unform Civil Code In Hindi) इससे पिछले की शुरुआत करते हैं।

यूनिफार्म सिविल कोड क्या है? Unform Civil Code Kya Hai In Hindi

Uniform Civil Code Kya Hai In Hindi यूनिफॉर्म सिविल कोड जिसका हिंदी में आरती समान नागरिक संहिता है। यूनिफॉर्म सिविल कोड का मतलब यह होता है कि पूरे देश में एक सामान्य कानून लागू करना, इसमें सभी धर्मों के नागरिकों के लिए विवाह, तालाब, गोद लेना, विरासत आदि जैसे कानूनों में समानता दिए जाने का प्रावधान होता है। भारत के संविधान अनुच्छेद 44 में यूनिफॉर्म सिविल कोड के बारे में बात की गई है, जिसमें राज्य भारत के सभी क्षेत्रों में नागरिकों के लिए एक समान नागरिक अनीता को लागू करने का प्रावधान दिया गया है।

यूनिफॉर्म सिविल कोड का मतलब यह है कि हिंदू विवाह अधिनियम (1955), हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम (1956) मुस्लिम व्यक्तिगत कानून आवेदन अधिनियम (1937) जैसे अलग-अलग धर्मों पर आधारित मौजूदा व्यक्तिगत कानून तकनीकी रूप से खत्म हो जाएंगे।

यूनिफार्म सिविल कोड का अर्थ क्या है? Unform Civil Code In Hindi

UCC का फुल फॉर्म अंग्रेजी में “Uniform Civil Code” है। और यूनिफॉर्म सिविल कोड को हिंदी में हम सामान्य नागरिक संहिता के नाम से जानते हैं। यूनिफॉर्म सिविल कोड का अर्थ यह है कि पूरे भारत देश में एक सामान्य कानून सभी धर्मों के लिए लागू करना, जिसमें सभी धर्मों के नागरिकों के लिए विवाह, तलाक, गोद लेना और विरासत अन्य के कानूनों को बराबर की समानता दिया जाए। यूनिफॉर्म सिविल कोड के बारे में भारत के संविधान में अनुच्छेद 44 के अंदर विस्तार में बात की गई है।

संविधान का अनुच्छेद 44 क्या है?

Uniform Civil Code In Hindi भारतीय संविधान के अनुच्छेद 44 में यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी सामान्य नागरिक संहिता के बारे में विस्तार में जानकारी दी गई है। जिसमें यूनिफॉर्म सिविल के मतलब यह बताया गया है कि पूरे भारत क्षेत्रों में नागरिकों के लिए एक सामान्य नागरिक संहिता को लागू करने का प्रयास करेंगे। इसका मतलब संविधान सरकार को सभी समुदायों को उन मामलों पर एक साथ लाने का निर्देश देगा जो वर्तमान में उनके संबंधित व्यक्तिगत कानूनों द्वारा आशीष किया गया था

हालांकि यह भारत के राज्यों की नीति का एक निर्देशक सिद्धांत है, जिसका अर्थ यह है कि यूनिफॉर्म सिविल कोड को भारत में लागू करना योग नहीं है। उदाहरण के लिए अनुच्छेद 47 को नशीले पर हर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक दवाओं के सेवन पर रोक लगाने का निर्देश देता है।

यूनिफॉर्म सिविल कोड का इतिहास क्या है?

यूनिफॉर्म सिविल कोड की उत्पत्ति भारत में ब्रिटिश राज्य के समय हुई थी। जब ब्रिटिश सरकार ने 1835 में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी। जिसमें अपराधों, सबूतों और अनुबंधों से संबंधित संहिताकरण मैं जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया गया, विशेष रुप से सिफारिश की गई कि हिंदुओं और मुसलमानों के व्यक्तिगत कानूनों को संहिताकरण के बाहर रखा जाए।

Uniform Civil Code In Hindi ब्रिटिश राज्य के अंत के बाद व्यक्तिगत मुद्दों से निपटने के लिए कानूनों में वृद्धि सरकार को 1941 में हिंदू कानून को संहिताबद्ध करने के लिए BN Rao बी एन राव कमेटी का गठन किया गया, जिसमें हिंदू कानून समिति का कार्य सामान्य हिंदू कानूनों की आवश्यकता के प्रश्नों की जांच करना था। समिति के शास्त्रों के अनुसार एक संहिताबद्ध हिंदू कानून की सिफारिश की जो महिलाओं को सामान्य अधिकार देगा। 1937 के अधिनियम की समीक्षा की गई और समिति ने हिंदुओं के लिए विवाह और उत्तराधिकारी नागरिक संहिता की सिफारिश की।

यूनिफॉर्म सिविल कोड कहां पर है लागू

भारत देश में अभी तक भारत के राज्यों के अलावा केंद्र सरकार की ओर से भी यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करने के विश्व में चर्चा की जा रही है। लेकिन अभी तक यूनिफॉर्म सिविल कोड भारत में चर्चा का विषय बना हुआ है।

भारत देश में अभी सिर को एक राज्य है जहां पर यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू है वह राज्य भारत का सबसे छोटा राज्य कहलाता है जिसका नाम गोवा है। गोवा में यूनिफॉर्म सिविल कोड को पुर्तगाल सरकार के समय से ही लागू किया गया था जो इस समय तक यहां पर लागू है।

साल 1961 में गोवा सरकार ने यूनिफॉर्म सिविल कोड के साथ ही बनी थी। भारत के संविधान में भाग 4 में अनुच्छेद 44 के अंतर्गत भारतीय राज्य को देश में सभी नागरिकों के लिए सामान्य नागरिक संहिता को लागू करने को कहा गया है।

सामान्य नागरिक संहिता में कौन से विषय शामिल है?

सामान्य नागरिक संहिता के बारे में भारत के संविधान के अनुच्छेद 44 में विस्तार में बात की गई है। जिसके अनुसार यूसीसी में 4 तरीके के विश्व शामिल है। जिस पर भारत में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू किया जा सकता है।

  • विवाह
  • तलाक
  • गोद लेना
  • व्यक्तिगत स्तर
  • संपत्ति का अधिकार
दुनिया के किन देशों में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू है?
  1. अमेरिका
  2. पाकिस्तान
  3. बांग्लादेश
  4. तुर्की
  5. इंडोनेशिया
  6. सूडान
  7. आयरलैंड
  8. इजिप्ट
  9. मलेशिया
भारत में यूनिफॉर्म सिविल कोड क्यों जरूरी है?

भारत में भारत के संविधान के अनुसार सभी भारतीय नागरिक को अपने अपने धर्म के अनुसार रहने की आजादी है। इसीलिए भारत में जाति और धर्म के आधार पर अलग-अलग कानून और मैरिज एक्ट मौजूद है। इसके कारण सामाजिक ढांचा बिगड़ा हुआ है। इसी कारण की वजह से देश में समय-समय पर यूनिफॉर्म सिविल कोड की मांग उठती रहती है जो सभी जाति, धर्म, वर्ग 8 संप्रदाय को एक ही सिस्टम में लेकर आए।

यूनिफॉर्म सिविल कोड तो भारत में लागू करने का एक कारण यह भी है कि अलग-अलग कानूनों के कारण न्यायिक प्रणाली पर भी असर पड़ता है। वर्तमान समय में लोग शादी, तलाक आदि मुद्दों को निपटाने के लिए पर्सनल ला बोर्ड हो जाते हैं। जब यह कोड भारत में बनाया जाएगा तो यह उन कानूनों को सरल बनाने का काम करेगा जो वर्तमान में धार्मिक मान्यताओं जैसे हिंदू कोड बिल, शरीयत कानून और अन्य के आधार पर अलग-अलग है।

यूनिफॉर्म सिविल कोड के फायदे

दुनिया भर में लगभग 125 देशों में सामान्य यूनिफॉर्म सिविल कोड के लागू होने से निम्नलिखित तारा के फायदे देखे गए। जिनके बारे में अब हम आपको नीचे बताने जा रहे हैं।

  • यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होने से सभी समुदाय के लोगों को एक सामान्य अधिकार मिलेंगे।
  • लैंगिक समानता को बढ़ावा मिलता है।
  • सामान्य नागरिक संहिता लागू होने से भारत देश की महिलाओं की स्थिति में सुधार होने लगेगा।
  • कानूनों में सरलता और स्पष्टता आएंगी। यूनिफॉर्म सिविल कोड की वजह से सभी नागरिकों के लिए कानून समझने में आसानी होंगी।
  • व्यक्तिगत या धर्म कानूनों के आधार पर होने वाले भेदभाव से छुटकारा मिलेगा।
  • कानून के तहत सभी को समान अधिकार दिया जाएगा।
  • कुछ समुदाय के पर्सनल में महिलाओं के अधिकार सीमित है। ऐसे में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होता है तो महिलाओं को भी सामान्य अधिकार लेने का लाभ मिलेगा।
  • महिलाओं का अपने पिता की संपत्ति का अधिकार और गोद लेने से संबंधी सभी मामलों में एक सामान नियम लागू किया जाएगा।

यूनिफॉर्म सिविल कोड से जुड़े सवाल के जवाब (FAQs)

Que: यूनिफॉर्म सिविल कोड का मतलब क्या होता है?

Ans: यूनिफॉर्म सिविल कोड का मतलब देश के लिए एक कानून बनाना, जो सभी धार्मिक और आदिवासी फागुन के व्यक्तिगत मामले जैसे विवाह, तलाक, गोद लेना, संपत्ति और विरासत जैसे मामलों में बराबर का अधिकार देता है।

Que: भारत के संविधान में यूनिफॉर्म सिविल कोड की चर्चा किस अनुच्छेद में की गई है?

Ans: भारत के संविधान में यूनिफॉर्म सिविल कोड की चर्चा अनुच्छेद 44 के भाग 4 में की गई है। जिसमें राज्य को देश में सभी नागरिकों के लिए एक यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने के लिए कहा गया है।

Que: भारत के किस राज्य में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू है?

Ans: भारत में गोवा एक अकेला राज्य है जहां पर यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू है। इसे पुर्तगाली सिविल कोड 1867 के नाम से भी जाना जाता है।

Que: UCC का फुल फॉर्म क्या है?

Ans: UCC का फुल फॉर्म अंग्रेजी में “Uniform Civil Code” है। और इसे हिंदी में हम सामान्य नागरिक संहिता के नाम से जानते हैं।

Que: यूनिफॉर्म सिविल कोड कब लागू हुआ?

Ans: यूनिफॉर्म सिविल कोड को सबसे पहले भारत देश में ब्रिटिश सरकार के द्वारा 1835 में लागू किया गया था।

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