TRP Full Form In Hindi – दोस्तों, अगर आप के घर में टीवी है तो अपने कभी ना कभी TRP के बारे में ज़रूर सुना होगा तो आज हम आपको इसी के बारे में यानि TRP क्या है और टीआरपी की गणना कैसे की जाती है की पूरी जानकारी विस्तार में देने वाले है।
आज के समय में टीवी हर घर में होती है और आज टीवी एक आम सी बात बन गयी है। अगर आप टीवी पर न्यूज़ और बिग बॉस देखे होंगे तो अपने कभी ना कभी सलमान खान से बिग बॉस TRP के बारे में ज़रूर सुने होंगे क्यूंकि वो हर दम बिग बॉस होस्ट करते समय कहते है के बिग बॉस की TRP अच्ची आ रही है। और अभी हाल ही में इंडिया सबसे बड़ा न्यूज़ चैनल Republic Bharat के मालिक Arnab Goswami पर मुंबई पुलिस ने TRP चुराने के जुर्म में उन्हें गिरफ्तार किया गया था तो उस समय TRP सबसे ज़्यादा ट्रेंडिंग में था।
तो आज के इस लेख में हम आपको TRP के बारे में जैसे TRP क्या होती है और TRP Full Form in Hindi क्या है और इसकी गणना कैसे की जाती है इन सब सवालो का जवाब विस्तार में इस एक लेख में आपको दिया जायेगा जिसे पूरा पढ़ने के बाद आपके मन TRP के बारे में कोई सवाल नहीं होगा।
Contents
TRP क्या है – What Is TRP In Hindi
आसान शब्दों हम आपको बतादे के TRP का काम है की ये टीवी पर कोई भी चैनल और शो की रेटिंग बताता है यानि इसका मतलब ये है टीवी पर किस चैनल और शो को कितने लोग एक समय में देख रहे है ये हमें TRP के ज़रिये पता चलता है। जितने ज़्यादा लोग किसी भी चैनल और शो को देखेंगे तो उस चैनल और शो की TRP बढ़ती है।
जिस कहंनेल की जितनी ज़्यादा TRP होगी उस चैनल की कमाई भी उतनी ही ज़्यादा होगी। अब आप यहाँ सोच रहे होंगे TRP बढ़ने से TRP नापने वाली संस्था ही इन चैनल को पैसा देती होगी तो मैं आपको बतादो की TRP कोई संस्था नहीं है और ना ही TRP उन चैनल पैसा देती है बल्कि जिन चैनल की TRP बढ़ती है तो उन चैनल को बड़ी बड़ी कंपनियां उन्हें ज़्यादा Sponsor करती है जिससे इन चैनेलो को कमाई होती है।
अब आप के दिमाग में TRP Full Form In Hindi क्या है ये सवाल उठ रहा होगा तो मैं TRP का Full Form “Television Rating Point” है और इसे Target Rating Point भी कहा जाता है जिसे हम शार्ट में TRP के नाम से जानते है।
भारत में टीवी चैनेलो के TRP को नापने का काम “Indian Television Audience Measurement” नमी सरकारी एजेंसी ये काम करती है। ये एजेंसी बहुत सारी फ्रीक्वेंसी की जांच करके ये पता लगाती है की कोनसा चैनल किस समय सबसे ज़्यादा टीवी पर देखा जा रहा है।
TRP का फुल फॉर्म क्या है – TRP Full Form In Hindi
अब आपको TRP क्या है इसके बारे में पता चल गया होगा मगर अब आपके दिमाग में TRP Full Form in Hindi ये सवाल उठ रहा होगा तो अब हम आपको TRP फुल फॉर्म क्या है ये बताने वाले है। TRP ये एक “Television Rating Point” की शार्ट फ्रॉम है और इसे Television Rating Point के साथ Target Rating Point भी कहते है। TRP का हिंदी में अर्थ टेलीविज़न के लिए टीवीसीओं रेंग बिन्दु है।
TRP का कैसे पता लगाया जाता है
TRP क्या है और TRP Full Form In Hindi ये तो आपको अच्छी तरह से अब समझ में आ गया होगा मगर अब सवाल ये उठता है की आखिर TRP का पता कैसे लगे जाता है तो मैं आपको बतादू की जब किसी एक एरिया में People Meter नमी सिस्टम लगा दिया जाता है तो वो उस एरिया के सारे टीवी के सेटअप बॉक्स से कनेक्ट हो जाता है जिसके ज़रिये से People Meter ये नोट कर पता है आप कोनसा चैनल अपनी टीवी पर दिन भर में कितनी देर देख रहे हो।
इसी वजह से अब सरकर हमें सेटअप बॉक्स लगाने पर ज़ोर देती है क्यूंकि इसी सेटअप बॉक्स की मदद से Indian Television Audience Measurement नामी संस्था TRP का पता लग पाती है जिससे इन्हे ये पता चलता है की किस चैनल इंडिया में लोग सबसे ज़्यादा देखते है।
TRP की गणना कैसे की जाती है?
क्या आपको पता है की आखिर इतने सारे टीवी सेटअप बॉक्स के ज़रिये से कैसे TRP को मापा जाता है। भारत में TRP को मापने के लिए इंडियन एजेंसी INTAM और DART की मदद से ये काम किया जाता है। INTAM ये Indian Television Audience Measurement का फुल फॉर्म है और DART यानि Door darshan Audience Research टीवी रेटिंग का इस्तेमाल इन TRP को मापने के लिए किया जाता है।
पहले के समय में सिर्फ DART की मदद से ये काम किया जाता था क्यूंकि उस समय सिर्फ दूर दर्शन टीवी चैनल होता था। लेकिन अब भी DART मौजूद है और यह एक ऐसी एजेंसी है जिसकी की मदद से इस समय हम ग्रामीर लोगो के टीवी देखने के पैटर्न को ध्यान में रखती है। और वो बिना किसी नियम के लोगो को चुनती है और उनसे विभिन्य चैनेलो और टीवी कार्यक्रमों के बारे में सवाल करती है।
TRP का क्या महत्व
TRP टेलीविज़न की दुनिया में इतना ज़्यादा इम्पोर्टेन्ट है क्यूंकि इसी की मदद से चैनेलो की कमाई होती है। अगर जिस चैनल को भारतीय दर्शक काम देखते है तो उस चैनल की TRP काम होती है जिससे सीधा उस चैनल की कमाई पर भरी असर पड़ता है।
चैनल की TRP कम होने की वजह से उस चैनल एडवर्टिसमेंट काम मिलते है। किसी भी Advertisers के लिए TRP बहुत ज़्यादा महत्वपूर्ण होती है क्यूंकि इससे उन्हें बड़ी असानी से यह पता चल जाता है की इस समय कोनसा चैनल भारत के लोग सबसे ज़्यादा देख रहे है। जिसकी मदद से उन्हें ये समझ में आ जाता है की किस चैनल पर हम ऐड देने से हमें ज़्यादा फायदा होगा। हर कंपनी और स्पॉसरेड़ ब्रांड उसी चैनल पर अपना प्रोडक्ट कराना चाहेगा जिस चैनल को एक समय में ज़्यादा लोग देखते होंगे। जिससे उन्हें ज़्यादा होता है।
क्या होता है जब किसी चैनल की TRP बढ़ती और घटती है
किसी चैनल के कार्यकर्म की TRP बढ़ने और घटने का सीधा असर उस चैनल की कमाई पर पड़ता है। क्यूंकि टीवी चैनल की ज़्यादा तर कमाई विज्ञापनों के ज़रिये से होती है। अगर किसी चैनल और कार्यक्रम की TRP कम आती है तो इसका सीधा संकेत हमें ये मिलता है की इस चैनल और कार्यकर्म को लोग नहीं देख रहे है।
तो इसका असर हमें विज्ञापन पर देखने को मिलता है। इसका मतलब ये है विज्ञापनदाता उस चैनल पर उस समय कम विज्ञापन देंगे और इसकी वजह से उस चैनल की कमाई में भरी कमी देखने को मिलेगी। और इसके उलट अगर उस चैनल की TRP बहुत ज़्यादा है तो इसका मतलब उस चैनल को भारत में बहुत ज़्यादा लोग देख रहे है जिसका सीधा फायदा ये होगा की विज्ञापनदाता उस चैनल पर ज़्यादा विज्ञापन देंगे जिससे उस चैनल और कर्यक्रम की कमाई ज़्यादा होगी।
TRP Rate क्या है – What Is TRP Rate In Hindi
TRP Rate वो रेट है जिस पर एक टीवी चैनल की टॉप को मापा जाता है। किसी भी चैनल या कार्यकर्म की TRP उस चैनल पर दिखाए जाने वाले कर्यक्रम पर निर्भर होती है। जब कोई कर्यक्रम बहुत ज़्यादा लोग पसंद करते है और उसे ज़्यादा लोग देखते है तो उस चैनल की TRP खुद बा खुद बाद जाती है जिससे उस चैनल को विज्ञापन ज़्यादा मिलेंगे और विज्ञापन ज़्यादा मिलने से उस चैनल की कमाई में अच्छा खासा आपको बढ़ोतरी होते हुए दिखती है।
आज अपने क्या जाना
दोस्तों आज हमने आपको TRP क्या है और TRP Full Form In Hindi कर टीआरपी की गणना कैसे की जाती है इसके बारे में आपको पूरी जानकरी हिंदी में और वो भी विस्तार देने की कोशिश की है मुझे उम्मीद है की आपको इस लेख में आपके सारे सवाल के जवाब मिल गए होंगे। और आपको इस लेख से टीआरपी के बारे में कुछ नया जानने को मिला होगा। अगर आपको इस लेख में कुछ नया जानने को मिला है तो इसे अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ भी जरूर शेयर करे।
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