आज हम आपको बैंक के एक ऐसे महत्वपूर्ण विषय पर बात करने वाले है जिसे हम सेविंग अकाउंट कहते है। आपको Saving Account Kya Hai और सेविंग अकाउंट की लिमिट कितनी होती है के बारे में विस्तार में जानने वाले है तो अगर आपको भी सेविंग अकाउंट के बारे में जानकारी प्राप्त करनी है तो इस लेख को पूरा अंत तक जरूर पढ़ें।
जब भी हमें बैंक में काम होता है या फिर बैंक के बारे में बात करते है तो हमेशा सेविंग अकाउंट (Saving Account) का नाम लेते ही है क्यूंकि बैंक का कोई भी काम इसके बगैर नहीं हो सकता है। बैंक में पैसे जमा करने से लेकर निकालने तक हर काम के लिए एक बचत खाते (Saving Account) की जरूरत होती है।और अगर आपका एक सेविंग अकाउंट नहीं है तो सबसे पहले हमें बैंक में एक अकाउंट खोलना पड़ता है जिसके लिए हमें बैंक से फॉर्म लेकर उसे भरना होता है।
जब हम उस Bank Account Form को भरते है तो हमसे पूछा जाता है की आपको बचत खाता यानि Saving Account खोलना है के या फिर आपको Current Account यानि चालू खाता खोलना चाहते है। तो हम परेशान हो जाते है की आखिर ये इनमे से कोनसा अकाउंट खोलना सही है। तो आज हम आपकी इसी परेशानी को दूर करने के लिए इस लेख के माध्यम से आपकी सारी परेशानी को दूर करेंगे के बचत खाता क्या है (Saving Account Kya Hai) और सेविंग अकाउंट की लिमिट कितनी होती है के बारे में जानते है।
Contents
- 1 बचत खाता
- 2 Saving Account Kya Hai
- 3 सेविंग अकाउंट के प्रकार
- 4 सेविंग अकाउंट का मतलब क्या है?
- 5 सेविंग अकाउंट के फायदे
- 6 सेविंग अकाउंट की लिमिट कितनी होती है?
- 7 सेविंग अकाउंट पर महीने का कितना ब्याज मिलता है
- 8 सेविंग अकाउंट के लिए सबसे अच्छा बैंक कौन सा है?
- 9 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
- 10 आज अपने क्या जाना
बचत खाता
बैंक में कई तरह के अकाउंट होते है जिसमे से एक बचत खाता यानी Saving Account है। भारत में कोई भी बैंक सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किये जाने वाला खता बचत खाता (Saving Account) है। और भारत देश में कोई भी बैंक में सभी लेग यही अकाउंट टाइप को ओपन करते है। दरअसल Saving Account एक ऐसा अकाउंट होता है जिसे कोई भी और कितना भी गरीब व्यक्ति इस अकाउंट को खोलवा सकता है और इसके ज़रिये से बैंक की सुविधा का लाभ ले सकता है।
Saving Account यानि बचत खाता एक ऐसा अकाउंट होता है जिसे कोई भी व्यक्ति जीरो बैलेंस पर इस अकाउंट को खोलवा सकता है और इस अकाउंट का इस्तेमाल आम आदमी अपनी बचत करने के लिए करता है। और इस अकाउंट में पैसे जमा करने एक साथ साथ आप जब भी चाहे अपने पैसे बैंक से इस अकाउंट के ज़रिये से निकाल भी सकते है।
Saving Account Kya Hai
बचत खाता जिसे हम इंग्लिश में Saving Account भी कहते है ये बैंक में एक ऐसा अकाउंट होता है जिसे बैंक में अपने नाम का खोलने कर आप अपनी सैलरी से बचाये हुए पैसो तो थोड़ा थोड़ा करके इसमें जमा कर सकते है। बैंक में ये खाता एक आम आदमी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। जिसे एक आम आदमी अपने मेहनत के पैसो से अपना खर्च निकाल कर बचे हुए पैसो को सेविंग अकाउंट में जमा कर देता है। और फिर बैंक आपको इस रकम पर सालाना थोड़ा थोड़ा बहुत ब्याज देता है।
बैंक में एक सेविंग अकाउंट एक आम आदमी के लिए अपनी मेहनत की कमाई को सेफ जगह रखने का सबसे अच्छा तरीका होता है। भारत में कोई भी बैंक में खाता दो तरह के होते है। एक Saving Bank Account जिसे हम हिंदी में बचत खाता के नाम से जानते है और दूसरा Current Bank Account जिसे हम हिंदी में चालू खाते के नाम से जानते है। एक सेविंग अकाउंट एक आम आदमी की निजी लेन देन के लिए होता है जबकि एक करंट अकाउंट बिज़नेस और धनदा व्यापार करने के लिए होता है।
एक सेविंग अकाउंट में आपको के कुल जमा राशि पर आपको साल में एक बार ब्याज मिलता है अब यह ब्याज दर हर बैंक की अलग अलग होती है। लेकिन ज़्यादा तर बचत खाते में आपको ब्याज (Interest) Rate 3 प्रतिशत से 4 प्रतिशत के बीच ही होता है।
ये भी पढ़ें: बैंक क्या होता है और बैंक कितने प्रकार होते है
सेविंग अकाउंट के प्रकार
हममे से बहुत से लोग सेविंग अकाउंट का इस्तेमाल करते है लेकिन क्या अपने कभी सोचा है की आखिर आपके लिए कौनसा सेविंग अकाउंट सबसे अच्छा है और क्या आपको इससे पहले पता था की सेविंग अकाउंट यानि बचत खाता के भी प्रकार होते है। दरअसल काम के हिसाब से एक सेविंग अकाउंट यानि बचत खाट के भी अलग अलग प्रकार होते है। कामगार, आदमी, बच्चो, महिलाओ इन सभी के लिए अलग तरह के सेविंग अकाउंट होते है।
इस तरह से अगर हम बात करे तो कुल मिलाकर 6 प्रकार के सेविंग अकाउंट होते है। जिनके बारे में आज हम आपको निचे विस्तार एक एक करके बताने वाले है अगर आपको भी अभी तक इसके बारे में नहीं पता था तो इसे ध्यान से पढ़ना।
- Regular Saving Account
- Salary Saving Account
- Senior Citizens Saving Account
- Minors Saving Account
- Zero Balance Saving Account
- Women’s Saving Account
Regular Saving Account
इस प्रकार के सेविंग अकाउंट को कुछ बेसिक शर्तो पर खोला जाता है। और ये इस तरह का बचत खाता उन लोगो के लिए खोला जाता है जो छोटी रकम की बचत करना चाहते है। इस प्रकार के बचत खाते के आधार पर लोग अपनी बचत पर अच्छी ब्याज दर की तलाश नहीं कर रहे हैं। भारत में सभी तरह के बैंक इस प्रकार के बचत खाते खोलते है। खाता ऑनलाइन खोला जा सकता है, डिजिटल बचत खाते के रूप में या आप इसे व्यक्तिगत रूप से खोल सकते हैं।
Salary Saving Account
इस प्रकार के सेविंग अकाउंट उन लोगो के लिए खोला जाता है जो कही पर जॉब कर रहे है और उनकी महीने की सैलरी इस अकाउंट में आती है तो इसे सैलरी सेविंग अकाउंट कहते है। सैलरी सेविंग अकाउंट कंपनियों की जानिब से उनके वर्कर्स के लिए ये अकाउंट बैंक में खोला जाता है। और फिर इस अकाउंट का इस्तेमाल कंपनी अपने कर्मचारियों को उनकी सैलरी देने के लिए करती है। जब भी इनको सैलरी देने की बात आती है तो बैंक कंपनी खाते से इन कर्मचारीओ के अकाउंट में दाल देती है।
Senior Citizens Saving Account
इस प्रकार का सेविंग अकाउंट बिलकुल रेगुलर सेविंग अकाउंट की तरह ही काम करता है, लेकिन ये अकाउंट रेगुलर के मुकाबले में सीनियर सिटीजन्स को ज़्यादा ब्याज दर और ऑफर देते है। इस लिए सीनियर सिटीजन्स को ये अकाउंट ही खोलवाना चाहिए क्यूंकि ये अकाउंट ज़्यादा ब्याज दर देता है। और ये सेविंग अकाउंट सीनियर सिटीजन्स की सेविंग स्कीम्स से भी जुड़ा होता है जिससे सीनियर फंड और रिटायर्मेंटस पेमेंट्स आती है जिसे बाद में निकाला भी जा सकता है।
Minors Saving Account
आमतौर से इस प्रकार के सेविंग अकाउंट बच्चो के लिए होता है। और इसमें आपको मिनिमम बैलेंस की कोई भी जरूरत नहीं होती है। ये सेविंग अकाउंट बच्चो की पढाई के लिए और उनकी पढाई के लिए सरकार की तरफ से दी जाने वाली स्कॉलरशिप भेजने के लिए होती है। और ये सेविंग अकाउंट कानूनी गार्जियन की देख रेख में ही खोला और ऑपरेट किया जाता है। जब बच्चा 10 साल का हो जाता है तब वो अपना खाता खुद ऑपरेट कर सकता है और जब वो बच्चा 18 साल का हो जाता है तो वो एक रेगुलर सेविंग अकाउंट भी खोला सकता है।
Zero Balance Saving Account
Zero Balance Saving Account के प्रकार में दोनों तरह की खुबिया होती है यानि इसमें सेविंग और करंट अकाउंट दोनों की खूबियां होती है। और इस अकाउंट में पैसो की एक सिमा होती है यानि लिमिट से ज़्यादा आप पैसा नहीं निकाल सकते है। लेकिन अगर अकाउंट में बैलेंस कम होता है तो आप पर किसी भी तरह की कोई पेनल्टी भी नहीं लगती है।
Women’s Saving Account
ये अकाउंट सिर्फ महिलाये ही खोला सकती है। महिलाओ का बचत खाट महिलाओ को अपनी बचत से ज़्यादा फायदा कमाने मौका ये अकाउंट देता है। इस तरह के बचत खाते भारी फायदे और सुविधा के साथ आते है।
सेविंग अकाउंट का मतलब क्या है?
सेविंग अकाउंट का मतलब क्या है इसके बारे में बात करे तो हमें पता चलता है की जब हम अपनी मेहनत की सैलरी से अपना खर्चा निकाल कर बचे हुए पैसो को सेफ जगह रखने के लिए बैंक में खाता खोल कर उसमे उस पैसे को जमा करते है तो उसे सेविंग अकॉउंट यानि बचत खाता कहते है।
सेविंग अकाउंट के फायदे
अभी तक हमने आपको Saving Account Kya Hota Hai In Hindi और सेविंग अकाउंट के प्रकार और मतलब के बारे में जानकारी दी है तो चलिए सेविंग अकाउंट के फायदे क्या है ये जानते है।
- सेविंग बैंक अकाउंट में अपनी बची राशि को सेफ रखने के लिए सुरक्षित जगह होती है।
- आप जितना पैसा बचत खाते में रखते है उसपर आपको कुछ प्रतिशत ब्याज मिलता रहता है।
- सेविंग अकाउंट में ब्याज दर 3 प्रतिशत से 6.50 प्रतिशत तक हो सकती है।
- सेविंग अकाउंट की वजह से आप पुरे भारत में कही से भी अपने डेबिट कार्ड यानि ATM कार्ड से अपने पैसे कब भी निकाल सकते है।
- सेविंग अकाउंट खोलने पर इंटरनेट बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग की सुविधा भी मिलती है।
- आप एक सेविंग अकाउंट जीरो बैलेंस पर भी बैंक में खोल जाता है।
- लाकर रेंटल फैसिलिटी में भारी डिस्काउंट देखने को मिलता है।
- कुछ बैंक सेविंग अकाउंट पर भी पर्सनल एक्सीडेंट और डेथ कवर सहित बिमा भी देती है।
सेविंग अकाउंट की लिमिट कितनी होती है?
दोस्तों जैसा की आपको अभी हमने Saving Account Kya Hai इसके बारे में विस्तार में जानकारी दी है तो अब आपके मन में ये सवाल आ रहा होगा की आखिर सेविंग अकाउंट की लिमिट कितनी होती है तो चलिए अब हम आपको इसके बारे में भी विस्तार में जानकारी देते है।
तो अब हम आपको बता दे सामान्य सेविंग अकाउंट यानि एक Regular Saving Account में आप जितना चाहे उतना पैसा जमा कर सकते है और जितना चाहे उतना पैसा निकाल भी सकते है। रेगुलर सेविंग अकाउंट में पैसा जमा करने और निकालने की कोई सिमा नहीं होती है। मगर हर बैंक में नकद पैसा सेविंग अकाउंट में जमा करने की एक लिमिट होती है।
Reserve Bank Of India के अनुसार किसी भी सेविंग अकाउंट में बैंक एक बार में 1 लाख रुपये तक ही नकदी पैसा सुविकर करने की अनुमति मिली है और पुरे एक साल में आप 10 लाख रुपये से ज़्यादा पैसा जमा नहीं कर सकते है। इसी तरह आप एक बार में सेविंग अकाउंट से 1 लाख से ज़्यादा नकदी पैसा नहीं निकाल सकते है। हालाँकि आप इंटरनेट बैंकिंग और ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करके आप 1 रुपये से लेकर हज़ार, लाख, करोड़ कितना भी पैसा निकाल और दाल सकते है।
सेविंग अकाउंट पर महीने का कितना ब्याज मिलता है
सेविंग अकाउंट पर कितना ब्याज मिलता है ये एक ऐसा सवाल जिसका जवाब सुनने के लिए हर किसी कान खड़ा हो जाता है क्यूंकि हर कोई सेविंग अकाउंट में अपना पैसा ब्याज कमाने के लिए ही रखता है। जब हम कोई भी बैंक में अपना सेविंग अकाउंट खोलते है तो आपको उस फॉर्म पहले ही बता दिया जाता है आपके पैसे पर कितना प्रतिशत ब्याज मिलेगा। क्यूंकि हर बैंक का अलग अलग ब्याज दर होती है।
आमतौर से भारत की ज़्यादा तर बैंक में आपको सेविंग अकाउंट में ब्याज दर 3% से 6% तक होती है यानि आपका जितना पैसा बचत खाते में होगा उसपर 3 प्रतिशत और 6 प्रतिशत ही ब्याज दर (Interest Rate) मिलेगा।
सेविंग अकाउंट के लिए सबसे अच्छा बैंक कौन सा है?
Saving Account क्या होता है (What Is Saving Account In Hindi) जानने के बाद आपका मन भी अब सेविंग अकाउंट खोलने का हो रहा होगा मगर कौनसी बैंक में सेविंग अकाउंट खोलना चाहिए या फिर सेविंग अकाउंट के लिए सबसे अच्छा बैंक कौनसा है ये सच रहे है तो अब हुमा पको ये भी बता रहे है। भारत में 5 बैंक है जो सेविंग अकाउंट के लिए सबसे अच्छी बैंक मानी जाती है जिनके नाम निचे दिए हुए है आप इनमे से कोई भी बैंक में अपना बचत खाता खोलवा सकते है।
- State Bank Of India – भारतीय स्टेट बैंक
- HDFC Bank Of India – एचडीऐफसी बैंक
- Kotak Mahindra Bank – कोटक महिंद्रा बैंक
- ICICI Bank Of India – आईसीआईसीआई बैंक ऑफ़ इंडिया
- Axis Bank Of India – एक्सिस बैंक ऑफ़ इंडिया
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Que: सेविंग अकाउंट में कितना पैसा रखने पर टैक्स नहीं लगता है?
Ans: दोस्तों इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80 के तहत सामान्य लोगो के बचत खाते एक साल में 10 हज़ार रुपये तक के ब्याज पर कोई टैक्स नही लगता है लेकिन अगर इंटरेस्ट अमाउंट इससे ज़्यादा होता है तो फिर हमें टैक्स देना पड़ता है।
Que: सेविंग अकाउंट में कितना पैसा रह सकता है?
Ans: दोस्तों आपको बतादे की सेविंग अकाउंट में कैश रखने की कोई लिमिट नहीं होती है। इसका मतलब ये है की आप जितना चाहे उतना पैसा रख सकते है और निकाल सकते है।
Que: सेविंग अकाउंट में 1 दिन में कितना लेनदेन कर सकते हैं?
Ans: सेविंग अकाउंट में 1 दिन में अधिकतम 10,000 रुपये से एक लाख रुपये तक निकाल और जमा कर सकते है।
Que: सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस कितना होना चाहिए?
Ans: सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस 2000 तक होना चाहिए।
आज अपने क्या जाना
दोस्तों आज हमने आपको Saving Account क्या होता है (What Is Saving Account In Hindi) और सेविंग अकाउंट के प्रकार और फायदे जैसे सारे सवालो जवाब इस लेख में आपको विस्तार में देने की कोशिश की है। हमें उम्मीद है की आपको इस लेख के माध्यम से सेविंग अकाउंट के बारे में सब कुछ जानकारी मिल गयी होगी और अब इस टॉपिक से रिलेटेड आपके दिमाग में कोई भी सवाल बाकी नहीं होगा। अगर आपको इस लेख से कुछ नया जानने को मिला है और आपको ये लखे अच्छी लगी है तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे।
Read More: