Bluebugging क्या है और Bluebugging के हमले से कैसे बचे

Rate this post

Bluebugging Kya Hai दोस्तों, आज हम आपको इस लेख में Bluebugging क्या है और Bluebugging के हमले से कैसे बचे इसके बारे में आपको विस्तार में जानकारी देने वाले है अगर आपको नहीं पता है तो ये लेख आपके लिए ही है और इसे आखिर तक पढ़े आपको यकीनन इस लेख से कुछ नया जानने को मिलेगा।

दोस्तों क्या आपको पता है की आपका स्मार्टफोन सिर्फ ब्लूटूथ (Bluetooth) से भी हैक हो सकता है। और क्या आप भी अपने समर्टफोने में ब्लूटूथ का इस्तेमाल करते है और कभी कभी इस्तेमाल करने के बाद उसे वैसे ही अपने मोबाइल में चालू छोड़ देते है? अगर हां तो मैं आपको बतादू की आप एक बहुत ही बड़ी गलती कर रहे है और इससे आपका मोबाइल आसानी से हैक हो सकता है और आपको पता भी नहीं चलेगा आपकी सारी जानकारी हैकर्स के पास जाती रहेगी।

जिसमे हैकर्स आपकी कॉल्स डिटेल्स और कैमरा एक्सेस, वीडियो फाइल, इमेज फाइल हर चीज़ का एक्सेस हासिल कर सकता है। इस तरह के अटैक को अभी हाल ही में कई स्मार्टफोन में देखने को मिला है जिसे BlueBugging नाम से कहा जा रहा है। तो आज हम आपको इस लेख में इसी BlueBugging के बारे में जैसे BlueBugging Kya Hai और इससे कैसे बचे, इन सब सवालों के जवाब इस लेख में देने वाले है। तो चलिए इस लेख की शुरुआत करते है।

Bluebugging Kya Hai 

Bluebugging और Bluesnarfing एक हद तक दोनों शामे ही होते है। इस टेक्निक के ज़रिये से हैकर आपके समर्टफोने में पहुँचने की कोशिश करता है। और फिर इसके बाद वो आपके स्मार्टफोन में एक मैलवेयर इनस्टॉल कर देता है टेक उन्हें इसके ज़रिये आपके मोबाइल फ़ोन का भविष्य में भी आसानी से एक्सेस मिल जाये।

जैसे की हमें इसके नाम से ही पता चल रहा है Bluebugging का महत्वपूर्ण उद्देश्य यह है की आपके गैजेट्स में “बग” या जासूसी करना होता है। और इसमें हैकर आपके डिवाइस को दूर से भी कण्ट्रोल करने के लिए इसका उपयोग करता है। Bluebugging का हमला बहुत खतरनाक होता है। और किसी भी स्मार्टफोन में ये बग डालने के लिए उस स्मार्टफोन का ब्लूटूथ का इस्तेमाल लिया जाता है। फिर उसके बाद ब्लूटूथ कनेक्शन को अल्टर करके यूज़र का पासवर्ड और दूसरी डिटेल्स चुराने की कोशिस करता है Bluebugging Kya Hai In Hindi |

Bluebugging में हैकर्स दोनों पार होने वाली बातचीत को सुन सकता है और इस बातचीत को हैकर दूसरे थर्ड पार्टी को फॉरवर्ड भी कर सकता है। Bluebugging हमले के दौरान हैकर आपके मोबाइल फ़ोन का SMS पद सकता है और उसका जवाब भी दे सकता है, ीनता ही नहीं इसके इलावा हैकर उस डिवाइस के मालिक को कॉल भी कर सकता है और ऑनलाइन अकाउंट में आसानी एंटर भी कर सकता है।

Bluebugging करने के लिए हैकर का पहला काम ये होता है पीड़ित के स्मार्टफोन में ब्लूटूथ के माध्यम से करना होता है जैसे शामे bluesnarfing में भी होता है। हैकर उस डिवाइस में एक मैलवेयर छोड़ता है जिसकी मदद से हैकर उस डिवाइस की पूरी पहुँच के साथ कण्ट्रोल भी कर सकता है।

ये भी पढ़ें: Spyware क्या है और ये कितने प्रकार के होते है?

Bluesnarfing क्या है – What Is Bluesnarfing In Hindi

Bluebugging से ज़्यादा खतरनाक हमला Bluesnarfing से होता है। Bluesnarfing अटैक में स्मार्टफोन से कंटेंट हासिल किया जाता है। इस तरह के हमले में डिवाइस में से इम्पोर्टेन्ट पासवर्ड, फोटो, कंटेंट, डाटा, कॉल्स रिकॉर्डिंग जैसे डाटा को चुराने के लिए ब्लूटूथ कनेक्शन में हेरफेर किया जाता है। लेकिन इस हमले में सबसे खतरनाक बात ये है की इन सब चीज़ पता डिवाइस के मालिक को नहीं होता है। जबकि Bluejacking में तुरंत पता चल जाता है की कोई आपके स्मार्टफोन को हैक करने की कोशिश कर रहा है।

अगर आप अपने स्मार्टफोन में कोई भी ब्लूटूथ की गतिविधि को होते हुए देखते है जिसे आप ने नहीं किया है या फिर वो काम खुद बा खुद हो रहा है तो यह Bluesnarfing का संकेत हो सकता है। इसमें हैकर किसी भी तरह का निशान चोदे बिना 300 फ़ीट की दूरी से आपके डिवाइस में एक्सेस कर सकता है और इसके बाद आपके मोबाइल में आपकी सारी जानकारी जैसे ईमेल, कांटेक्ट डिटेल, फोटो, पासवर्ड वगैरा जैसी अन्य पर्सनल डिटेल भी ले सकता है।

Bluebugging के हमले से कैसे बचे – How To Survive The Attack of Bluebugging In Hindi

इस तरह के हमले ज़्यादातर ब्लूटूथ ऑन होने की वजह से होते है। और आपको ये भी बतादे की ब्लूटूथ की सिमा की वजह से इस तरह के हमले काफी सिमित जगह पर होते है। फिर भी इसकी मदद से हैकर्स को आसानी से आपको बहुत ज़्यादा नुक्सान पहुँचाने में मदद मिलती है। इस लिए आज आपको यह भी जानने की जरूरत है की आखिर इस Bluebugging से कैसे बचे।

  • जब आप अपने समर्टफोने में ब्लूटूथ का उपयोग नहीं कर रहे है तो उसे जल्दी से बंद कर दे और या फिर उसे बंद करने में लापरवाही न करे ये आपको भारी पद सकता है।
  • अपने स्मार्टफोन के ब्लूटूथ को किसी भी ऐसे डिवाइस के साथ पेअर ना करे जिन्हे आप आप नहीं जानते है।
  • अजनबी डिवाइस की तरफ से आने वाले किसी भी ब्लूटूथ पेअर रिक्वेस्ट को कभी भी एक्सेप्ट न करे।
  • अगर आप अपने डिवाइस में मौजूद इम्पोर्टेन्ट डाटा लीक होने के बारे में चिंतित है तो फिर बेहतर होगा की आप उस डिवाइस में ब्लूटूथ कभी ऑन ही ना करे Bluebugging क्या है (What Is Bluebugging In Hindi) |
  • अपने ब्लूटूथ के लिए मजबूत पासवर्ड का उपयोग करे और हमेशा पासवर्ड को बदलते रहे।
  • अपने समर्टफोने को हमेशा अपडेट करते रहे और उसमे मौजूद Apps को भी बार बार अपडेट करते रहे क्यूंकि bluebugging हमले में हैकर्स ऑथेंटिकेशन को बयपास करने की कोशिश करते है।
  • ब्लूटूथ के माध्यम से किसी भी तरह के इम्पोर्टेन्ट डाटा को शेयर करने से बचे, बैंक की जानकारी, पासवर्ड, निजी फोटो और अन्य पर्सनल इनफार्मेशन।
  • कई बार हैकर उन ब्लूटूथ डिवाइस को अपना टारगेट बनाते है जो उनकी रेंज के अंदर होते है और डिस्कोवेराब्ले होते है तो इसलिए आप अपने डिवाइस में ब्लूटूथ का इस्तेमाल कम ही करे तो बेहतर होगा।
  • भीड़ भाड़ वाले इलाके में ब्लूटूथ का इस्तेमाल ना करे जैसे रेलवे स्टेशन और बस वगैरा में अपने ब्लूटूथ को दूसरे ब्लूटूथ से पेअर ना करे।
  • अगर आपने कभी किसी डिवाइस से ब्लूटूथ पेअर किया था और वो डिवाइस कही छूट जाती है या फिर वो कही चोरी हो जाती है, तो तुरंत पेअर की गयी डिवाइस को अपने लिस्ट से डिलीट कर दे।

आज अपने क्या जाना 

दोस्तों आज हमने आपको Bluebugging क्या है और Bluebugging के हमले से कैसे बचे इसके बारे में आपको विस्तार में जानकारी देने की कोशिश की है मुझे उम्मीद है की आपको इस लेख में कुछ नया सीखने को मिला होगा आपके सारे सवालो के जवाब इस लेख में मिल गए होंगे। अगर आपको ये  लेख अच्ची लगी है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करे।

इन सब को भी पढ़ें:

Share It

Leave a Comment